भारतवर्ष विकसित बनें, कुछ ऐसा काज कीजिए। भारतवर्ष विकसित बनें, कुछ ऐसा काज कीजिए।
आओ मिलकर आगे बढ़ाए राष्ट्र को भूल के हर मतभेद। आओ मिलकर आगे बढ़ाए राष्ट्र को भूल के हर मतभेद।
हर एक आहुति जला देती है हमारे दिल में मशाल वन्दे मातरम कहकर जब दम तोड़ जाते भारत के लाल ! हर एक आहुति जला देती है हमारे दिल में मशाल वन्दे मातरम कहकर जब दम तोड़ जाते भ...
हाथ उठे तो सिर्फ़ देने के लिए, सिर झुके तो सिर्फ़ आशीष लेने के लिए। हाथ उठे तो सिर्फ़ देने के लिए, सिर झुके तो सिर्फ़ आशीष लेने के लिए।
जो जैसा होता है उसको वही नज़र आता है ! जो जैसा होता है उसको वही नज़र आता है !
दर्द सारा ढले ख़ुशियों की शक्ल में ऐसा कोई चमत्कार कर दीजिए दर्द की इम्तहाँ तक... दर्द सारा ढले ख़ुशियों की शक्ल में ऐसा कोई चमत्कार कर दीजिए दर्द की इम्तहाँ तक....